सवाल दर सवाल!
मुद्दा ये नहीं है कि तस्वीर दिखलाई किसनेआख़िर सूरत वतन की ऐसी बनाई किसने? जायज़ नहीं है कहना कितनों को भीख दीतू ये बता कि भीख माँगनी सिखाई किसने? दूध,…
लोकतंत्र! अंतिम प्रणाम?
हर दिन बातों से तमाम करते हो सुना है कि तुम क़त्लेआम करते हो। बन गये हो दानिशमंद अब इतने सुई घुमा के सुबह को शाम करते हो। देखी नहीं…
गौरव-पथ लथपथ
एक बूढ़ा बाप बेरोजगार बेटे की लाश लिए कर्त्तव्य पथ से गुज़र रहा है मेरा देश गर्व से भर रहा है। एक उन्मादी भक्ति मार्ग पर बूटों तले पीढ़ियों का…
यदा यदा हि मर्मस्य….
रोज़ कहते हैं हरम में जाने से पहलेमेरी वफ़ा का हर कोई तलबग़ार है। सुना है ये जुमला सरदार के बाद सेतेरी ज़म्हूरियत में बहुत असरदार है। नहीं बदलेगी ज़ेहनियत…
वो बन्दी भीगी भागी सी…
सात साल पहले एक बन्दी मिली थी, हट्टी कट्टी सी, अब तक याद आती है जब जब याद आती है, एक आह सी निकल जाती है उसकी शोख अदाओं ने…
आप जानते हैं… मानते नहीं !
नीचतम से भी इतिहास में शुमारी हो सकती हैकिसी मूर्खतम को ही ऐसी बीमारी हो सकती है। हँसी आती है आज जो उनकी लानतें देख करतय है यही हालत कल…
जहाँगीर का घंटा !
तेरे हक़ मेंकुछबेहद मामूलीऔरमेरे हक़ मेंहर बड़ा फ़ैसला आना हैजबइंसाफ़ खुदसत्ता की तान परडोल रहा हैतोकिस कमबख़्त कोउसकाघंटा बजाना है। तुझेतो बसझटपट न्यायकीपड़ी हैउन्हें तो बाद मेंसालों तकचली बहसों औरअपराध…
जान रहा हूँ
हक़ीक़त है क्या फ़सानामैं सब जान रहा हूँसाधो जग का यूँ बौरानामैं सब जान रहा हूँ। सैफ़ ज़ुबाँ से बरगलानामालूम है लेकिनये कानों पर हाथ लगानामैं सब जान रहा हूँ।…
आरती बाबा हेटलर जी की
जय जय हे हेटलरजय जय हे हेटलरतुमने हमको सिखायाइंसानों से कैसे हेट करजय जय हे हेटलर! वक़्त तुम्हारा आयातुमने सबको फंसायाविकास के आगे लेट करजय जय हे हेटलर! तुम हिंसा…