प्रपंचतंत्र कथा लोकतंत्र की उड़ान! आज़ाद एक बार की बात है, दो बगुले थे। आप चाहो तो उन्हें बगुला भगत भी कह सकते हो। उड़ते उड़ते…
प्रपंचतंत्र कथा ये… क्या हुआ ! आज़ाद एक समय की बात है, एक बार एक बेहद धूर्त और चालाक सियार था। रामगढ़ के बीहड़ जंगल में सियारवाद…