चल भगोड़े अब कर नाटक!
बॉस का चापलूस कर्मचारी भागते हुए ऑफिस में घुसा, “सर आज तो आपको मुझे 15 लाख का इनाम देना ही होगा तभी मैं मानूँगा आपकी 56 इंची छाती को।” “क्यों…
शाही ताना!
ये बहुत पुरानी बात है जब लगातार कई चुनाव भारी मतों से जीतने के बाद एक लोकतंत्र की सरकार ने देश के हित में तानाशाही लाने का फ़ैसला किया। स्वघोषित…
मुर्दे की बात, मुर्दों के साथ!
सबसे पहले तो आज के दिन 1000, 500 के नोटों की पुण्यतिथि पर मेरी विनम्र श्रद्धांजलि। उन मृतात्माओं को भी नमन जो इस कड़े और बड़े फैसले के अचानक स्खलन…
लोकल वोकल !
(प्रेस कांफ्रेंस – तीसरी किस्त) पत्रकार – बुड़बक जी, ये आप सिर नीचे करके किस बात पर शर्मिंदा हो रहे हैं? कहीं आप पिछली बार की तरह इंटरव्यू में फोटो…
मोक्ष का द्वार!!
सरकार ने बहुत बड़ा कदम उठाया है, देश की जनता को उनका कर्त्तव्य याद दिलाकर। इसे पूरी तरह से देश हित में उठाया गया कदम माना जा सकता है। आज़ादी…
नफ़रत की क्लास!
मास्टर जी – “बच्चो, आज मैं तुम सब की इतिहास की क्लास लूंगा। मुझे बचपन से ही इतिहास बहुत पसंद है। कभी कभी लगता है कि मैं इतिहास बदलने के…
बुड़बक और समाधान पसंद!
(प्रेस कांफ्रेंस- दूसरी किस्त) पत्रकार – साहब, आप हर समस्या का इतना अच्छा समाधान कैसे ढूँढ लाते हैं? बुड़बक – दरअसल मैं बचपन से ही समाधान पसंद रहा हूँ। समस्या…
प्रेस कांफ्रेंस !
(पहली किस्त) पत्रकार – साहब आप चीन का नाम क्यों नहीं लेते? बुड़बक – क्योंकि हमने उसका बहिष्कार किया है। पत्रकार – साहब आप उसे लाल लाल आँखें क्यों नहीं…
प्रयोग!
एक बूढ़ा सनकी वैज्ञानिक अपनी गोपनीय और बेतरतीब सी प्रयोगशाला में दोनों हाथ कमर पर रखे चहलकदमी कर रहा है। आज उसने अनेकता को एकता में बदलने का नया फार्मूला…
भागवत कथा! – (तीन)
(गतांक से आगे) धृतराष्ट्र (आँखें मिचमिचाते हुए) – ‘अरे पुत्र दुर्योधन जरा संजयना को आवाज़ तेज़ करने को कहो।’ संजयना (तुरंत एक्शन में आकर टीपी पढ़ने लगते हैं) – ‘तो…