लोकतंत्र! अंतिम प्रणाम?
हर दिन बातों से तमाम करते हो सुना है कि तुम क़त्लेआम करते हो। बन गये हो दानिशमंद अब इतने…
हर दिन बातों से तमाम करते हो सुना है कि तुम क़त्लेआम करते हो। बन गये हो दानिशमंद अब इतने…
एक बूढ़ा बाप बेरोजगार बेटे की लाश लिए कर्त्तव्य पथ से गुज़र रहा है मेरा देश गर्व से भर रहा…
रोज़ कहते हैं हरम में जाने से पहलेमेरी वफ़ा का हर कोई तलबग़ार है। सुना है ये जुमला सरदार के…
फोटो साभार
सात साल पहले एक बन्दी मिली थी, हट्टी कट्टी सी, अब तक याद आती है जब जब याद आती है,…
सबसे पहले तो आज के दिन 1000, 500 के नोटों की पुण्यतिथि पर मेरी विनम्र श्रद्धांजलि। उन मृतात्माओं को भी…
सेवा में . . श्रीमान . . किसने कहा था . . जिसकी लाठी उसकी भैंस . . ये मुहावरा…
दिखना चाहता था वो गाँधी सा फ़क़ीरइसीलिए हर रोज़ उसे सजाया संवारा गया! पहने थे उसने भी दस लाख के…
जिस दिन एक दाढ़ी वाले बंदे ने कहा कि देश में पहली बार ऐसा पीएम बना है जो 1947 के…
नीचतम से भी इतिहास में शुमारी हो सकती हैकिसी मूर्खतम को ही ऐसी बीमारी हो सकती है। हँसी आती है…
किसने किसको मार दियाये सोच के थम जाता क्या दर्द महसूस जो करता तोसत्ता तक जा पाता क्या? बंदर बिल्लियों…
https://youtu.be/WeRpd7n_8NM?feature=shared
https://youtu.be/sEtUFI5DFiE?feature=shared