आभासी बदलाव को अँगूठा !
वाल्मीकि की रामायण के नाट्य मंचन में रावण ने फिर सीता हरण के लिये साधु वेश धर लिया है। सोने का मृग सीता को लुभाने के लिये वन में डोल…
बौनों का देश और गुलीवर!
राष्ट्रवाद की सुनामी ने गुलीवर को उस टापू पर ला पटका है जहाँ कई सालों से बौनों का राज है और बौनों की ही प्रजा। आम तौर पर सब मिलजुल…
मत आना बापू!
बापू!तुम मत आनाफिर सेये देखने किइतनी कुर्बानियों से मिलीआजादी काक्या हाल कर दिया हैहमनेसत्तर सालों मेंअपने ही लोगों कीदिमागी गुलामी के जरियेकिस तरहसत्ता के उपभोग कीनयी इबारतलिखी हैमाना किहम नतमस्तक…
लोकतंत्र हमारा, मीडिया तुम्हारा !
देश में अगले आम चुनाव के लिये सियासी ऊंट करवटें लेने की तैयारी कर रहा है और लोकतंत्र के चौथे खंभे यानी मीडिया ने हर दल का अपने अपने तरीके…
उत्तराखंड में ‘ईस्ट इंडिया कंपनी’ !
उत्तराखंड पहुंचे अडानी (पीएम के खासमखास कारोबारी अडानी अब उत्तराखंड में अपने कारोबार का विस्तार करेंगे। अडानी ग्रुप पिछले एक दशक में देश का सबसे तेजी से बढ़ने वाला समूह…
राजा नंगा है !
तुम जिसे कहते हो सियासतबस एक कुर्सी का पंगा है। भैंस मर गयी खेती सूख गयीबाक़ी सब कुछ चंगा है। दरवाज़े पे कोई दे रहा दस्तकनेता है या भिखमंगा है।…
चुनावी होली !
रंगों की जब छूटी फुहारहम भी हुए तैयारप्रण कर लियानेता को रंग लगाएंगेबिल्ली के गले में घंटी बांधेंगेतभीगुझिया और भांग खायेंगे। धन्यभागनेताजी के दर्शन हुएश्वेत वस्त्र भी थे धुले हुएनेताजी…