चुनाव!
(एक लघु वृहद कथा) आप के सामने दो विकल्प हों और आप को उँगली उठा कर दोनों में से एक…
(एक लघु वृहद कथा) आप के सामने दो विकल्प हों और आप को उँगली उठा कर दोनों में से एक…
मेरा प्रश्न – देश के भविष्य को लेकर मेरा सपना क्या है? मेरा ज़वाब- बच्चे पालना मेरा सपना है इसलिये…
भाइयो बहिनो! किसानों की आय इस बार चार गुना करेंगे। वैसे ही जैसे हमने तीन गुना बोझ डाल कर उन्हें…
आज रास्ते में एक भक्त मिला। उसके चेहरे पर चार सौ पार की बनावटी मुस्कान तो थी लेकिन इलेक्टोरल बॉन्ड…
जंगल के राजा को घर घर लाओगे कल अपने बच्चों को कैसे बचाओगे बन जाओगे जो एक दिन तुम बुद्धू…
हर जगह वो पीत पदार्थ जिस पर मक्खियाँ बड़ी तादाद में भिनभिनाएँ, गुड़ नहीं होता। मक्खियों के चुनाव और भक्ति…
क्या हुआ? साहब एक लड़की मर गयी तो क्या हुआ बे.. रोज़ मरती हैं! साहब मरी इसलिये.. क्योंकि.. मारी गयी…
एक बेचारा दो हजारी तिल तिल कर मरने के लिये छोड़ दिया गया है। उसके अवसान का दिन भी तय…
बॉस का चापलूस कर्मचारी भागते हुए ऑफिस में घुसा, “सर आज तो आपको मुझे 15 लाख का इनाम देना ही…
मुद्दा ये नहीं है कि तस्वीर दिखलाई किसनेआख़िर सूरत वतन की ऐसी बनाई किसने? जायज़ नहीं है कहना कितनों को…
ये बहुत पुरानी बात है जब लगातार कई चुनाव भारी मतों से जीतने के बाद एक लोकतंत्र की सरकार ने…
हर दिन बातों से तमाम करते हो सुना है कि तुम क़त्लेआम करते हो। बन गये हो दानिशमंद अब इतने…