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तानाशाह का बिन्दुवार चरित्र (!) चित्रण

1. तानाशाह के पास न तो सेंस होता है और न ह्यूमर 2. तानाशाह व्यंग्य और उपहास में फ़र्क़ नहीं कर पाता 3. तानाशाह कायर, बेवकूफ़ और बेशरम होता है…

लोकतंत्र! अंतिम प्रणाम?

हर दिन बातों से तमाम करते हो सुना है कि तुम क़त्लेआम करते हो। बन गये हो दानिशमंद अब इतने सुई घुमा के सुबह को शाम करते हो। देखी नहीं…

यदा यदा हि मर्मस्य….

रोज़ कहते हैं हरम में जाने से पहलेमेरी वफ़ा का हर कोई तलबग़ार है। सुना है ये जुमला सरदार के बाद सेतेरी ज़म्हूरियत में बहुत असरदार है। नहीं बदलेगी ज़ेहनियत…

विकास का नाश!

फोटो साभार

नफ़रत की क्लास!

मास्टर जी – “बच्चो, आज मैं तुम सब की इतिहास की क्लास लूंगा। मुझे बचपन से ही इतिहास बहुत पसंद है। कभी कभी लगता है कि मैं इतिहास बदलने के…

प्रयोग!

एक बूढ़ा सनकी वैज्ञानिक अपनी गोपनीय और बेतरतीब सी प्रयोगशाला में दोनों हाथ कमर पर रखे चहलकदमी कर रहा है। आज उसने अनेकता को एकता में बदलने का नया फार्मूला…

राम (लला) राज!

कलयुग के ज़मीनी विवाद की पुरातात्त्विक खुदाई से देश में त्रेता युग के बाल कांड का प्रारंभ हुआ है। सरकार अब प्रभु के बाल चरित्र अवतार की ओर से धर्म…

प्रधान जी को नो बेल!

प्रधान जी गुस्से से कमरे में टहल रहे हैं। तनाव से पसीना चेहरे के साथ साथ टीशर्ट को भी हर जगह से भिगोने लगा है। नेताजी हाथ में पकड़ी एक्यूप्रेशर…