बुड़बक और समाधान पसंद!
(प्रेस कांफ्रेंस- दूसरी किस्त) पत्रकार – साहब, आप हर समस्या का इतना अच्छा समाधान कैसे ढूँढ लाते हैं? बुड़बक – दरअसल मैं बचपन से ही समाधान पसंद रहा हूँ। समस्या…
प्रेस कांफ्रेंस !
(पहली किस्त) पत्रकार – साहब आप चीन का नाम क्यों नहीं लेते? बुड़बक – क्योंकि हमने उसका बहिष्कार किया है। पत्रकार – साहब आप उसे लाल लाल आँखें क्यों नहीं…
भगवान और भिखारी!
भगवान नाम था उसका। आसमान वाला नहीं धरती का यानी सिर्फ़ नाम का भगवान। अब अगर किसी का नाम ही भगवान रख दिया गया हो तो कोई उसे शैतान कैसे…
लोकतंत्र की उड़ान!
एक बार की बात है, दो बगुले थे। आप चाहो तो उन्हें बगुला भगत भी कह सकते हो। उड़ते उड़ते दोनों अपनी प्यास बुझाने एक सरोवर के तट पर उतरे।…