वो बन्दी भीगी भागी सी…
सात साल पहले एक बन्दी मिली थी, हट्टी कट्टी सी, अब तक याद आती है जब जब याद आती है, एक आह सी निकल जाती है उसकी शोख अदाओं ने…
क्योंकि मैं गांधी जैसा हूँ!
मित्रो! आज तो देश में जैसे गांधीजी के नाम की चारों तरफ़ लूट मची हुई है। गांधी जयंती पर इस तरह चल रही खुलेआम डकैती में मुझे भ्रष्टाचार और काले…