घर घर जंगल हर घर मंगल
जंगल के राजा को घर घर लाओगे कल अपने बच्चों को कैसे बचाओगे बन जाओगे जो एक दिन तुम बुद्धू…
जंगल के राजा को घर घर लाओगे कल अपने बच्चों को कैसे बचाओगे बन जाओगे जो एक दिन तुम बुद्धू…
हर दिन बातों से तमाम करते हो सुना है कि तुम क़त्लेआम करते हो। बन गये हो दानिशमंद अब इतने…
तुम जिसे कहते हो सियासतबस एक कुर्सी का पंगा है। भैंस मर गयी खेती सूख गयीबाक़ी सब कुछ चंगा है।…