राजा नंगा है !
तुम जिसे कहते हो सियासतबस एक कुर्सी का पंगा है। भैंस मर गयी खेती सूख गयीबाक़ी सब कुछ चंगा है। दरवाज़े पे कोई दे रहा दस्तकनेता है या भिखमंगा है।…
तुम जिसे कहते हो सियासतबस एक कुर्सी का पंगा है। भैंस मर गयी खेती सूख गयीबाक़ी सब कुछ चंगा है। दरवाज़े पे कोई दे रहा दस्तकनेता है या भिखमंगा है।…