जहाँगीर का घंटा !
तेरे हक़ मेंकुछबेहद मामूलीऔरमेरे हक़ मेंहर बड़ा फ़ैसला आना हैजबइंसाफ़ खुदसत्ता की तान परडोल रहा हैतोकिस कमबख़्त कोउसकाघंटा बजाना है। तुझेतो बसझटपट न्यायकीपड़ी हैउन्हें तो बाद मेंसालों तकचली बहसों औरअपराध…
अब क्या करेंगे आप!
बाप बन गया बेटा बेटा बन गया बापअब क्या करेंगे आप ज़्यादा कुछ बोला तो दे देगा वो श्रापतब क्या करेंगे आप नाम का स्वदेशी पर नौटंकी विदेशीजो नहीं माना…