लोकतंत्र! अंतिम प्रणाम?
हर दिन बातों से तमाम करते हो सुना है कि तुम क़त्लेआम करते हो। बन गये हो दानिशमंद अब इतने…
हर दिन बातों से तमाम करते हो सुना है कि तुम क़त्लेआम करते हो। बन गये हो दानिशमंद अब इतने…
ये उस राज्य की कहानी है जहां माना जाता है कि आज से सदियों पहले लोकतंत्र स्थापित हो चुका था।…