जहाँगीर का घंटा !
तेरे हक़ मेंकुछबेहद मामूलीऔरमेरे हक़ मेंहर बड़ा फ़ैसला आना हैजबइंसाफ़ खुदसत्ता की तान परडोल रहा हैतोकिस कमबख़्त कोउसकाघंटा बजाना है। तुझेतो बसझटपट न्यायकीपड़ी हैउन्हें तो बाद मेंसालों तकचली बहसों औरअपराध…
तेरे हक़ मेंकुछबेहद मामूलीऔरमेरे हक़ मेंहर बड़ा फ़ैसला आना हैजबइंसाफ़ खुदसत्ता की तान परडोल रहा हैतोकिस कमबख़्त कोउसकाघंटा बजाना है। तुझेतो बसझटपट न्यायकीपड़ी हैउन्हें तो बाद मेंसालों तकचली बहसों औरअपराध…