एसीपी प्रद्युमन – सुनो दया और अभिजीत, आज से किसी भी केस में चौकीदार पर शक मत करना।
दया – लेकिन क्यों सर? इससे तो अपराधी भी बच सकते हैं।
एसीपी – वो मैं नहीं जानता लेकिन कुछ तो गड़बड़ है।
अभिजीत – कैसी गड़बड़ सर?
एसीपी – ऊपर से ऑर्डर आया है, आज से हम सब भी चौकीदार हैं। समझे?