क्योंकि मैं गांधी जैसा हूँ!
मित्रो! आज तो देश में जैसे गांधीजी के नाम की चारों तरफ़ लूट मची हुई है। गांधी जयंती पर इस तरह चल रही खुलेआम डकैती में मुझे भ्रष्टाचार और काले…
क्या चाह करूँ !
कुछ तुम फ़िक़रे कसोकुछ मैं भी वाह वाह करूँ धुआँ मेरे घर का नहींतो मैं क्यों आह आह करूँ। ज़मीर हूँ मैं ज़िंदा तेरातू मेरा शरीर है जाने मन तेरी…
मत आना बापू!
बापू!तुम मत आनाफिर सेये देखने किइतनी कुर्बानियों से मिलीआजादी काक्या हाल कर दिया हैहमनेसत्तर सालों मेंअपने ही लोगों कीदिमागी गुलामी के जरियेकिस तरहसत्ता के उपभोग कीनयी इबारतलिखी हैमाना किहम नतमस्तक…