सवाल दर सवाल!
मुद्दा ये नहीं है कि तस्वीर दिखलाई किसनेआख़िर सूरत वतन की ऐसी बनाई किसने? जायज़ नहीं है कहना कितनों को भीख दीतू ये बता कि भीख माँगनी सिखाई किसने? दूध,…
वो बन्दी भीगी भागी सी…
सात साल पहले एक बन्दी मिली थी, हट्टी कट्टी सी, अब तक याद आती है जब जब याद आती है, एक आह सी निकल जाती है उसकी शोख अदाओं ने…
आप जानते हैं… मानते नहीं !
नीचतम से भी इतिहास में शुमारी हो सकती हैकिसी मूर्खतम को ही ऐसी बीमारी हो सकती है। हँसी आती है आज जो उनकी लानतें देख करतय है यही हालत कल…
नव गणतंत्र के सबक!
किसी गणतांत्रिक देश की राजनीति, आर्थिकी, समाज, तकनीक, न्याय और व्यवस्था में किसी भी तरह का बदलाव सरकारी तारीख़, समय और इजाज़त का मोहताज होता है। देश के इतिहास में…
प्रेस कांफ्रेंस !
(पहली किस्त) पत्रकार – साहब आप चीन का नाम क्यों नहीं लेते? बुड़बक – क्योंकि हमने उसका बहिष्कार किया है। पत्रकार – साहब आप उसे लाल लाल आँखें क्यों नहीं…
राम (लला) राज!
कलयुग के ज़मीनी विवाद की पुरातात्त्विक खुदाई से देश में त्रेता युग के बाल कांड का प्रारंभ हुआ है। सरकार अब प्रभु के बाल चरित्र अवतार की ओर से धर्म…
क्या चाह करूँ !
कुछ तुम फ़िक़रे कसोकुछ मैं भी वाह वाह करूँ धुआँ मेरे घर का नहींतो मैं क्यों आह आह करूँ। ज़मीर हूँ मैं ज़िंदा तेरातू मेरा शरीर है जाने मन तेरी…
ये… क्या हुआ !
एक समय की बात है, एक बार एक बेहद धूर्त और चालाक सियार था। रामगढ़ के बीहड़ जंगल में सियारवाद फैलाने के मक़सद से वो सिंह की जगह जंगल का…
आभासी बदलाव को अँगूठा !
वाल्मीकि की रामायण के नाट्य मंचन में रावण ने फिर सीता हरण के लिये साधु वेश धर लिया है। सोने का मृग सीता को लुभाने के लिये वन में डोल…